The 'Beast' of the ring and the 'Gentleman' of the golf course: The untold story of Goldberg - रिंग का 'बीस्ट' और गोल्फ कोर्स का 'जेंटलमैन': गोल्डबर्ग की अनसुनी कहानी
जब हम बिल गोल्डबर्ग का नाम सुनते हैं, तो दिमाग में सबसे पहले उनकी खूंखार एंट्री, धुआं और "हू'स नेक्स्ट?!" की गूंज आती है। रिंग में अपने विरोधियों को 'स्पीयर' और 'जैकहैमर' से ढेर करने वाले इस 'बीस्ट' को देखकर कोई सोच भी नहीं सकता कि इस विशाल शरीर और गुस्सैल चेहरे के पीछे एक शांत गोल्फ प्रेमी छिपा है।
यह कहानी है एक ऐसे WWE चैंपियन की, जिसने अपनी जिंदगी में एक बेहद आक्रामक खेल को चुना, लेकिन दिल लगाया एक ऐसे खेल से जो धैर्य, शांति और सटीकता मांगता है - गोल्फ। आइए, जानते हैं गोल्डबर्ग को गोल्फ का शौक कैसे लगा और क्यों यह खेल उनके लिए इतना खास है।
1. रिंग की अराजकता से गोल्फ की शांति तक
WWE में काम करने वाले रेसलर्स का जीवन बेहद तनावपूर्ण और व्यस्त होता है। हर हफ्ते सफर करना, लगातार मैच लड़ना और लाखों लोगों की उम्मीदों का दबाव - यह सब शारीरिक और मानसिक रूप से थका देने वाला होता है। ऐसे माहौल में, कई रेसलर्स अपने लिए एक ऐसी जगह ढूंढते हैं जहाँ वे सुकून से रह सकें।
गोल्डबर्ग के लिए, यह जगह गोल्फ कोर्स बन गया। जहाँ WWE रिंग में हर तरफ शोर और उन्माद होता है, वहीं गोल्फ कोर्स पर सन्नाटा और हरियाली होती है। गोल्फ ने गोल्डबर्ग को एक ऐसा ब्रेक दिया, जिसकी उन्हें सख्त जरूरत थी। यह उन्हें अपने विचारों के साथ अकेले समय बिताने और मानसिक रूप से तरोताजा होने का मौका देता है।
2. गोल्डबर्ग को गोल्फ इतना पसंद क्यों है?
गोल्डबर्ग की पर्सनालिटी और गोल्फ के शांत स्वभाव में एक बड़ा विरोधाभास है। लेकिन यही विरोधाभास उन्हें इस खेल की तरफ आकर्षित करता है।
ताकत और धैर्य का मिश्रण: गोल्डबर्ग का खेल हमेशा से ताकत पर आधारित रहा है। गोल्फ भी एक ऐसा खेल है जहाँ ताकत (ड्राइविंग) और धैर्य (पैटिंग) दोनों की जरूरत होती है। गोल्डबर्ग को अपनी पूरी ताकत का इस्तेमाल करके गेंद को दूर तक मारना पसंद है, जो उनके रेसलिंग स्टाइल से मेल खाता है। लेकिन साथ ही, गोल्फ उन्हें सिखाता है कि सिर्फ ताकत से काम नहीं चलता, सही शॉट के लिए धैर्य और मानसिक नियंत्रण भी जरूरी है।
दोस्तों के साथ समय: गोल्डबर्ग ने कई इंटरव्यू में बताया है कि उन्हें गोल्फ इसलिए भी पसंद है क्योंकि यह उन्हें अपने दोस्तों के साथ अच्छा समय बिताने का मौका देता है। WWE के व्यस्त शेड्यूल के कारण रेसलर्स को अपने दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताना मुश्किल होता है। गोल्फ कोर्स पर वे बिना किसी दबाव के अपने साथियों और दोस्तों से मिल सकते हैं।
एक नई चुनौती: WWE रिंग में गोल्डबर्ग लगभग अजेय थे। उन्हें हराना लगभग नामुमकिन था। लेकिन गोल्फ एक ऐसा खेल है जहाँ हर दिन एक नई चुनौती होती है। कोई भी शॉट परफेक्ट नहीं होता, और आपको हर बार अपने पिछले प्रदर्शन को बेहतर करने के लिए प्रयास करना होता है। गोल्डबर्ग को यह नई चुनौती और खुद को सुधारने का मौका पसंद है।
3. जब गोल्फ कोर्स पर भी दिखा गोल्डबर्ग का जलवा
गोल्डबर्ग का गोल्फ प्रेम सिर्फ एक शौक नहीं है, बल्कि यह उनकी पर्सनालिटी का हिस्सा है। 2002 में, उन्होंने PGA टूर के एक सेलिब्रिटी गोल्फ टूर्नामेंट में हिस्सा लिया था। वहाँ एक फैन ने मजाक में उन्हें रिंग की तरह चुनौती दी। गोल्डबर्ग ने भी मज़ाक-मज़ाक में उस फैन को उठाकर पास की झील में फेंक दिया। यह घटना बहुत चर्चा में रही और इसने दिखाया कि गोल्डबर्ग अपनी आक्रामक छवि को गोल्फ कोर्स पर भी नहीं छोड़ते। हालाँकि, यह सब सिर्फ मनोरंजन के लिए था और दोनों ने इसका खूब मज़ा लिया।
