एमएस धोनी के 5 सबसे इमोशनल मैच – जब माही ने चुपचाप रचा इतिहास.

5 most emotional matches of MS Dhoni – When Mahi silently created history -  एमएस धोनी के 5 सबसे इमोशनल मैच – जब माही ने चुपचाप रचा इतिहास.




🏏 भूमिका:

महेंद्र सिंह धोनी – एक ऐसा नाम जिसने भारतीय क्रिकेट को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया। लोग उन्हें उनके छक्कों, कप्तानी और शांत स्वभाव के लिए जानते हैं, लेकिन धोनी की कुछ पारियां ऐसी भी हैं जो शायद इतिहास में उतनी मशहूर नहीं हुईं, पर उन्होंने क्रिकेटप्रेमियों के दिल छू लिए। इस लेख में हम जानेंगे ऐसे 5 मैचों के बारे में, जहाँ धोनी ने दिल से खेला और अपनी सादगी से सबका दिल जीत लिया।


1️⃣ 2005 – पाकिस्तान के खिलाफ विशाखापट्टनम में पहला शतक

  • 📅 तारीख: 5 अप्रैल 2005

  • 📍 स्थान: विशाखापट्टनम

  • 🔥 पारी: 123 गेंदों में 148 रन

यह धोनी का पहला वनडे शतक था। लंबे बाल, चमकती आंखें और आक्रामक अंदाज़ – इस मैच ने एक नए सितारे का आगाज़ किया। धोनी ने सिर्फ भारत को मैच जिताया ही नहीं, बल्कि ये दिखा दिया कि एक छोटे शहर का लड़का भी क्रिकेट की दुनिया का बादशाह बन सकता है। ये पारी इसलिए खास थी क्योंकि उन्होंने तब खेला जब भारत का टॉप ऑर्डर फेल हो गया था।


2️⃣ 2013 – श्रीलंका के खिलाफ त्रिकोणीय श्रृंखला का फाइनल, पोर्ट ऑफ स्पेन

  • 📅 तारीख: 11 जुलाई 2013

  • 📍 स्थान: वेस्ट इंडीज

  • 🔥 पारी: 45*(52) रन और अंतिम ओवर में 2 छक्के

भारत को आखिरी ओवर में 15 रन चाहिए थे और धोनी क्रीज़ पर थे। सबको लगा मैच चला गया, लेकिन धोनी ने आखिरी ओवर में दो छक्के और एक चौका लगाकर मैच छीन लिया। यह मैच भावुक इसलिए था क्योंकि वह चोट से जूझ रहे थे, लेकिन फिर भी टीम के लिए खेले।


3️⃣ 2016 – बांग्लादेश के खिलाफ T20 वर्ल्ड कप – 'धोनी रन आउट कर देंगे!'

  • 📅 तारीख: 23 मार्च 2016

  • 📍 स्थान: बेंगलुरु

  • 🎯 पल: आखिरी बॉल पर रनआउट से जीत

बांग्लादेश को आखिरी गेंद पर 2 रन चाहिए थे। धोनी ने विकेटकीपिंग करते हुए बैट्समैन को रन आउट किया – वो भी बिना दस्ताने के, हाथ में सिर्फ बॉल लेकर दौड़ते हुए! ये एक शांत कप्तान का असली रूप था – जो संकट में भी दिमाग से खेलता है।


4️⃣ 2007 – टी20 वर्ल्ड कप फाइनल – पाकिस्तान के खिलाफ कप्तानी का पहला बड़ा इम्तिहान

  • 📅 तारीख: 24 सितंबर 2007

  • 📍 स्थान: जोहान्सबर्ग

  • 🎯 फैसला: आखिरी ओवर जोगिंदर शर्मा को देना

धोनी के पास अनुभव नहीं था, लेकिन दिल और दिमाग का संतुलन था। आखिरी ओवर में उन्होंने अनुभवी हरभजन की जगह अनजाने जोगिंदर शर्मा को गेंद थमाई – और वही ओवर भारत को विश्व चैंपियन बना गया। ये जीत धोनी के कप्तान बनने की शुरुआत थी – जिसने आगे चलकर भारत को तीन ICC ट्रॉफी दिलाईं।


5️⃣ 2018 – न्यूजीलैंड दौरे पर आखिरी बार वनडे सीरीज़ जीतना

  • 📅 तारीख: जनवरी 2019

  • 📍 स्थान: न्यूजीलैंड

  • 🔥 पारी: तीन मैचों में दो बार नाबाद रहते हुए भारत को जीत दिलाई

ये सीरीज़ धोनी के करियर के अंतिम चरण में आई, जब लोग कहने लगे थे कि उनका समय खत्म हो चुका है। लेकिन उन्होंने अपने अनुभव से दिखा दिया कि वह सिर्फ रन ही नहीं, टीम का आत्मविश्वास भी होते हैं। उन्होंने युवा बल्लेबाज़ों को गाइड किया और खुद दो बार नाबाद रहकर भारत को मैच जिताए।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने